सोनीपत : मुआवजे को लेकर किसानों का धरना जारी; DC से मिलेंगे किसान
सोनीपत के गोहाना के गांव बरोदा से कोहला रोड स्थित खेत में करीब तीन माह से धरनारत किसानों का धरना रविवार को भी जारी रहा। किसान यहां करीब 5-6 गांवों के खेतों की जमीन पर इंडियन ऑयल की ओर से पाइप लाइन दबाने की एवज में अधिक मुआवजे की मांग को लेकर धरनारत हैं। धरनारत किसानों को समझाने के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार अभिमन्यु के नेतृत्व में एसीपी सोमबीर देशवाल, बरोदा थाना के एसएचओ लाल सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।
किसानों ने प्रशासन से अपनी मांगों को लेकर 10 दिन की मोहलत मांगी। उन्होंने कहा कि 10 दिन के बाद वह अपनी मांगों को लेकर उपायुक्त से मुलाकात करेंगे। इससे पहले गांव कोहला रोड पर खेत में गांव बुटाना, कोहला, गंगाना, जागसी, नूरनखेड़ा सहित कई गांवों के किसान एकत्रित हुए। किसानों ने खेतों में दबाई जा रही तेल की पाइप लाइन व मुआवजे पर चर्चा की। साथ ही उन्हें जमीन का कम मुआवजा मिलने का विरोध जताया।
धरनारत किसानों ने सात सदस्यीय कमेटी का गठन भी किया। किसानों ने कहा कि तेल कंपनी ने उन्हें केवल कलेक्टर रेट का कुछ फीसदी ही मुआवजा दिया है। उनकी मांग है कि उन्हें वर्तमान मार्केट रेट के हिसाब से मुआवजा दिया जाए। किसानों की मांग है कि उन्हें दो से तीन करोड़ रुपये प्रति एकड़ तक मुआवजा मिले। जिसके बाद टीम वापस लौट गई।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने कहा कि प्रदेश में डीएपी खाद की कोई किल्लत नहीं है। प्रदेश सरकार किसानों को कोई दिक्कत नहीं आने देगी। सभी जिलों में खाद का रैक लग गया है। उन्होंने इसे लेकर तीन दिन पहले ही बता दिया था। वह रविवार को शहर के यूनिक गार्डन में विधायक निखिल मदान की तरफ से आयोजित दिवाली मिलन समारोह के दौरान पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
जींद में किसानों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर उन्होंने कहा कि किसानों को खाद की नहीं आने देंगे। उतावलेपन में इस तरह के घटनाक्रम से सभी को बचना चाहिए। अब 28 अक्तूबर को एक और रैक लगा दिया जाएगा। पराली पर दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी सिंह के बयान पर मोहनलाल बड़ौली ने कहा कि उनका बयान पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है। आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार में लिप्त है। झूठे आरोप लगाने से काम नहीं चलता। वह गैर जिम्मेदाराना बयानबाजी करते हैं।
किसानों ने प्रशासन से अपनी मांगों को लेकर 10 दिन की मोहलत मांगी। उन्होंने कहा कि 10 दिन के बाद वह अपनी मांगों को लेकर उपायुक्त से मुलाकात करेंगे। इससे पहले गांव कोहला रोड पर खेत में गांव बुटाना, कोहला, गंगाना, जागसी, नूरनखेड़ा सहित कई गांवों के किसान एकत्रित हुए। किसानों ने खेतों में दबाई जा रही तेल की पाइप लाइन व मुआवजे पर चर्चा की। साथ ही उन्हें जमीन का कम मुआवजा मिलने का विरोध जताया।
धरनारत किसानों ने सात सदस्यीय कमेटी का गठन भी किया। किसानों ने कहा कि तेल कंपनी ने उन्हें केवल कलेक्टर रेट का कुछ फीसदी ही मुआवजा दिया है। उनकी मांग है कि उन्हें वर्तमान मार्केट रेट के हिसाब से मुआवजा दिया जाए। किसानों की मांग है कि उन्हें दो से तीन करोड़ रुपये प्रति एकड़ तक मुआवजा मिले। जिसके बाद टीम वापस लौट गई।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने कहा कि प्रदेश में डीएपी खाद की कोई किल्लत नहीं है। प्रदेश सरकार किसानों को कोई दिक्कत नहीं आने देगी। सभी जिलों में खाद का रैक लग गया है। उन्होंने इसे लेकर तीन दिन पहले ही बता दिया था। वह रविवार को शहर के यूनिक गार्डन में विधायक निखिल मदान की तरफ से आयोजित दिवाली मिलन समारोह के दौरान पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
जींद में किसानों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर उन्होंने कहा कि किसानों को खाद की नहीं आने देंगे। उतावलेपन में इस तरह के घटनाक्रम से सभी को बचना चाहिए। अब 28 अक्तूबर को एक और रैक लगा दिया जाएगा। पराली पर दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी सिंह के बयान पर मोहनलाल बड़ौली ने कहा कि उनका बयान पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है। आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार में लिप्त है। झूठे आरोप लगाने से काम नहीं चलता। वह गैर जिम्मेदाराना बयानबाजी करते हैं।