कैथल : सफाई व्यवस्था में खामियां मिलने पर सफाई दरोगा को किया ससपेंड
हरियाणा के कैथल शहर में सफाई व्यवस्था में खामियां मिलने पर नगर परिषद कैथल के कार्यकारी अधिकारी कुलदीप मलिक ने सफाई दरोगा को निलंबित कर दिया है। दरअसल, नई सरकार के गठन के बाद शहरी स्थानीय निकाय विभाग के अधिकारियों की बैठक में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सभी शहरों में सफाई व्यवस्था बेहतर बनाने के निर्देश जारी किए थे।
इसके तहत अधिकारियों को स्वयं निरीक्षण कर सफाई व्यवस्था जांचने के आदेश दिए। इन्हीं आदेशों के तहत ईओ ने पहले स्वयं सफाई व्यवस्था जांची। इसके बाद जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया। इस कमेटी को शहर का निरीक्षण करने के बाद सभी दरोगा की कार्य प्रणाली की रिपोर्ट देने के लिए कहा।
इससे पहले ईओ ने भी स्वयं शहर के सभी 15 दरोगा की तीन बार बैठक ली। इस बैठक में सफाई व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए कमियों को दूर करने के आदेश भी जारी किए गए थे परंतु सफाई दरोगा ने कर्मचारी पूरे होने के बावजूद व्यवस्था को बेहतर नहीं बनाया। यह रिपोर्ट पांच सदस्यीय कमेटी ने ईओ को दी थी।
इसके बाद बुधवार को ईओ कुलदीप मलिक ने दरोगा पंकज को निलंबित करने के आदेश जारी किए। गौरतलब है करीब एक सप्ताह पहले ही सांसद नवीन जिंदल ने भी सफाई व्यवस्था बेहतर बनाने के उद्देश्य से अधिकारियों की कोठियों पर काम कर रहे सफाई कर्मियों को शहर की सफाई में लगाने के आदेश जारी किए थे। इसके बाद 53 कर्मियों को शहर में सफाई के लिए लगाया गया था।
कैथल शहर में 400 से अधिक कर्मी सफाई करते हैं। इसके तहत प्रतिदिन शहर से 40 टन से अधिक कचरा निकलता है। परंतु इस कचरे का उठान न होने के कारण शहर में कई जगहों पर गंदगी का आलम रहता है। इस समय शहर में डोगरा गेट, सीवन गेट, कमेटी चौक, पुरानी सब्जी मंडी के पास और गीता भवन के पास सबसे ज्यादा कचरे के ढेर लगे रहते हैं। इस कारण लगातार बीमारियों के फैलने का खतरा बना रहता है।
सभी दरोगा की तीन बार बैठक ली गई। इस बैठक में उनसे सफाई व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए परंतु दरोगा पंकज का काम सबसे कम रहा। इस दरोगा की कई बार सफाई को लेकर शिकायतें भी मिली परंतु इसके बावजूद दरोगा ने अपने काम में कोई सुधार नहीं किया। अब दरोगा पंकज को निलंबित किया गया।
इसके तहत अधिकारियों को स्वयं निरीक्षण कर सफाई व्यवस्था जांचने के आदेश दिए। इन्हीं आदेशों के तहत ईओ ने पहले स्वयं सफाई व्यवस्था जांची। इसके बाद जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया। इस कमेटी को शहर का निरीक्षण करने के बाद सभी दरोगा की कार्य प्रणाली की रिपोर्ट देने के लिए कहा।
इससे पहले ईओ ने भी स्वयं शहर के सभी 15 दरोगा की तीन बार बैठक ली। इस बैठक में सफाई व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए कमियों को दूर करने के आदेश भी जारी किए गए थे परंतु सफाई दरोगा ने कर्मचारी पूरे होने के बावजूद व्यवस्था को बेहतर नहीं बनाया। यह रिपोर्ट पांच सदस्यीय कमेटी ने ईओ को दी थी।
इसके बाद बुधवार को ईओ कुलदीप मलिक ने दरोगा पंकज को निलंबित करने के आदेश जारी किए। गौरतलब है करीब एक सप्ताह पहले ही सांसद नवीन जिंदल ने भी सफाई व्यवस्था बेहतर बनाने के उद्देश्य से अधिकारियों की कोठियों पर काम कर रहे सफाई कर्मियों को शहर की सफाई में लगाने के आदेश जारी किए थे। इसके बाद 53 कर्मियों को शहर में सफाई के लिए लगाया गया था।
कैथल शहर में 400 से अधिक कर्मी सफाई करते हैं। इसके तहत प्रतिदिन शहर से 40 टन से अधिक कचरा निकलता है। परंतु इस कचरे का उठान न होने के कारण शहर में कई जगहों पर गंदगी का आलम रहता है। इस समय शहर में डोगरा गेट, सीवन गेट, कमेटी चौक, पुरानी सब्जी मंडी के पास और गीता भवन के पास सबसे ज्यादा कचरे के ढेर लगे रहते हैं। इस कारण लगातार बीमारियों के फैलने का खतरा बना रहता है।
सभी दरोगा की तीन बार बैठक ली गई। इस बैठक में उनसे सफाई व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए परंतु दरोगा पंकज का काम सबसे कम रहा। इस दरोगा की कई बार सफाई को लेकर शिकायतें भी मिली परंतु इसके बावजूद दरोगा ने अपने काम में कोई सुधार नहीं किया। अब दरोगा पंकज को निलंबित किया गया।