गांव बरोणा में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में आयोग की वाईस चेयरपर्सन सोनिया अग्रवाल ने किया महिलाओं को जागरूक
ग्रामीण आंचल की महिलाओं और बेटियों को उनके कानूनी अधिकारों और महिलाओं के प्रति होने वाले साईबर अपराधों के प्रति जागरूक करने के लिए एक अनोखी पहल शुरू की है, जिसके तहत आयोग गांव-गांव पहुंचकर जागरूकता कार्यक्रमों के तहत महिलाओं को जागरूक कर रहे हैं। इन जागरूकता कार्यक्रमों का एक ही उद्देश्य है कि कोई भी महिला या बेटी शोषण या साईबर अपराध का शिकार हो हो। शनिवार को हरियाणा राज्य महिला आयोग द्वारा गांव बरोणा में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसका शुभारंभ बतौर मुख्यातिथि आयोग की वाईस चेयरपर्सन सोनिया अग्रवाल ने किया। उन्होंने उपस्थित महिलाओं को जागरूक करते हुए कहा कि महिलाओं को शोषण से बचने के लिए उनके अधिकारों के बारे में जानकारी होना जरूरी है क्योंकि अगर हमें अपने अधिकारों के बारे में जानकारी होगी तो हम शोषण के खिलाफ आवाज उठा सकेंगी।
उन्होंने कहा कि महिलाओं के अधिकारों का संरक्षण करने के लिए आयोग हमेशा उनके साथ खड़ा है। जब भी कोई महिला अपने कोई भी शिकायत आयोग के पास भेजती है तो आयोग उसपर तुरंत कार्यवाही करता हैं और महिला को शोषण से मुक्ति दिलाने के साथ-साथ शोषण करने वालों पर भी कड़ी कार्रवाई करवाता है। उन्होंने महिलाओं का आह्वïान किया कि अगर किसी महिला के साथ कोई गलत घटना होती है तो उसको दबाने या उससे डरने की बजाय उसकी शिकायत संबंधित महिला थाना या आयोग को करें क्योंकि चुप रहने से हमें शोषण से मुक्ति नहीं मिल सकती। उसके लिए हमें अपनी लड़ाई खुद लडऩी पड़ती है।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा महिलाओं के रहने के लिए वन स्टॉप सेंटर बनाएं गए है जहां जरूरत पडऩे पर शोषित महिलाएं वहां रह सकती है जहां उन्हें कानूनी सहायता के साथ-साथ अन्य सुविधाएं भी दी जाती है। कार्यक्रम में वाईस चेयरपर्सन ने वर्तमान समय में महिलाओं और बेटियों के साथ हो रहे साईबर अपराधों के बारे में जागरूक करते हुए बताया कि वर्तमान में साइबर अपराध बहुत ज्यादा बढ़ चुके हंै। इससे हमें ज्यादा सचेत रहने की जरूरत है। अपनी व्यक्तिगत जानकारियों को हमें किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सांझा नहीं करना चाहिए। इसके अलावा इंटरनेट के माध्यम से भेजे गए किसी भी वेब लिंक के माध्यम से ऐप को डाउनलोड न करें। उन्होंने लड़कियों से नौकरी, दोस्ती, शादी व अन्य प्रलोभन देने वाली वेबसाइट से दूर रहने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अपना मोबाइल पासवर्ड, बैंकिंग पासवर्ड, सोशल मीडिया अकाउंट पासवर्ड व अन्य कोई ओटीपी आधारित जानकारी किसी भी अज्ञात व्यक्ति को न दें। मोबाइल फोन के इस्तेमाल के दौरान आने वाले अनाधिकृत लिंक या ऐड पर क्लिक करने से बचेंं, हैकर इसी चीज का फायदा उठाकर स्पाई सॉफ्टवेयर को लड़कियों या महिलाओं के फोन में इंस्टॉल कर देता है, जिसके माध्यम से उनके साथ ब्लैकमेलिंग और सेक्सुअल एसॉल्ट जैसी घटनाओं को अंजाम देता है। ऐसे अपराधों को होने से महिलाएं खुद रोक सकती हंै।
उन्होंने बताया कि साइबर अपराध, व महिला उत्पीडऩ से संबंधित किसी भी शिकायत को दर्ज करने के लिए महिला हेल्पलाइन नंबर 1091 एवं व्हाट्सएप नंबर 9560080115 पर संपर्क किया जा सकता है। शिकायतकर्ता का नाम व अन्य सभी जानकारियों को गुप्त रखा जाएगा।