केदारनाथ: पायलट की जिद ने ले छह यात्रियों की जान, हेलीकाप्टर के हुए दो हिस्से

(K9 Media) केदारनाथ में वर्षों से निवास कर रहे संत ललित रामदास महाराज ने कहा कि पायलट की हठ ने छह यात्रियों की जान ले ली। बताया कि पहले हेलीकॉप्टर में पांच यात्रियों को बैठाया गया था। इसके बाद हेलीकॉप्टर टेकऑफ करने लगा। लेकिन फिर, हेलीकॉप्टर रुका और छठे यात्री को भी बैठाने के बाद गुप्तकाशी के लिए घने कोहरे के बीच ही रवाना हो गया।
लेकिन हेलीकॉप्टर हेलीपैड से बमुश्किल 400 मीटर आगे पहुंचकर तेज धमाके के साथ पहाड़ी से टकराकर दो हिस्सों में टूट गया और एक हिस्सा धू-धूकर जलने लगा। उन्होंने बताया कि जो हादसा हुआ है, वह हेली कंपनियों की मनमानी का घातक नजीता है। जब केदारनाथ में अचानक मौसम खराब हो गया था तो हेलीकॉप्टर की उड़ान तत्काल बंद कर देनी चाहिए थी। लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं गया। उन्होंने उत्तराखंड सरकार और यूकाडा से मामले की त्वरित जांच की मांग की है। मंगलवार को केदारनाथ में अचानक मौसम बिगड़ा और इसके बाद दिनभर हल्की बर्फबारी के साथ बारिश होती रही। साथ ही कोहरा छाया रहा जिस कारण यात्रियों और यात्रा ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों, कर्मचारियों व जवानों को पीएम कार्यक्रम की तैयारियों में बाधा उत्पन्न हुई। सुबह से केदारनाथ में मौसम साफ था। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भ्रमण को लेकर रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक सहित अन्य कई अधिकारी भी धाम पहुंच गए थे जिन्हें एसपीजी की टीम के साथ बैठक कर रिहर्सल करनी थी लेकिन पूर्वाह्न 11 बजे से अचानक केदारनाथ में बादल छाने लगे और बूंदाबांदी होनी लगी। बता दें कि इससे पहले हेलीकॉप्टर क्रैश हादसे में पायलट सहित सभी सात यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई। हेलीकॉप्टर दो हिस्सों में टूट गया और एक हिस्सा धू-धूकर जलने लगा। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि हादसे में हेलीकॉप्टर के पायलट अनिल कुमार (57) निवासी महाराष्ट्र सहित यात्री उर्वी बरार (25), कुर्ती बरार (30) व पूर्वा रामानुज (26) निवासी गुजरात, प्रेम कुमार वी (63), सुजाता (56) और कला (60) निवासी तमिलनाडु की मौके पर ही मौत हो गई।