एफसीआइ कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे यूनियन व संगठनों के पदाधिकारी व सदस्य

गोहाना:
भारतीय किसान यूनियन, जनसंघर्ष मंच और समतामूलक महिला संगठन ने सोमवार को शहर में बरोदा रोड स्थित एफसीआइ के कार्यालय के बाहर धरना दिया। तीनों संगठनों के पदाधिकारियों ने कहा कि अगर एफसीआइ को केंद्र सरकार ने बंद किया तो महंगा अनाज खरीदने में अक्षम लोग भुखमरी का शिकार हो जाएंगे।
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल ने कहा कि केंद्र सरकार एफसीआइ को बंद करना चाहती है। यह देश की बहुत पुरानी इकाई है। सरकार अगर इसको बंद करेगी तो किसानों की फसलों की सरकारी खरीद बंद हो जाएगी। केंद्र सरकार जो तीन कृषि कानून लेकर आई है इससे इससे एफसीआइ खत्म हो जाएगी। समतामूलक महिला संगठन की प्रदेश संयोजक एमएसपी पर खाद्यान्न खरीदने, उनका भंडारण करने और राशन प्रणाली को सस्ती दरों पर अनाज प्रदान करने वाली संस्था एफसीआइ बंद होने से गरीब लोगों के सामने भुखमरी का संकट आ जाएगा। जन संघर्ष मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष नरेश विरोधिया ने कहा कि राशन की दुकानों से हर साल करीब पांच करोड़ टन सस्ता अनाज गरीब लोगों को मुहैया करवाया जाता है। इससे करोड़ों देशवासियों का जीवन सुरक्षित रहता है। धरने पर डा. सीडी शर्मा, सूरजभान चहल, रघुबीर देशवाल, साधुराम, कुलवीर भावड़, सत्यवान माहरा, प्रदीप त्यागी, सतबीर मालिक, राजबीर, रेणु, स्नेहा, संदीप कालरा, रोजी, आदि शामिल हुए।