Mughal History: मुमताज की खुर्रम से हुई थी शादी, फिर ऐसे बनीं शाहजहां की बेगम
Mughal History: मुमताज और शाहजहां की प्रेम कहानी भारतीय इतिहास में एक अद्भुत और प्रसिद्ध कहानी है। मुमताज की सुंदरता और शाहजहां के प्यार ने एक-दूसरे को खींच लिया और उनकी प्रेम कहानी उन्हें अनन्य बना दी।
मुमताज और शाहजहां की पहली मुलाकात बाजार में हुई थी, जिसमें शाहजहां ने मुमताज को देखकर उनके प्यार में फिदा हो गए थे। उनकी सगाई 1607 में हुई और शादी 10 मई 1612 को हुई। शाहजहां के बचपन का नाम खुर्रम था, और उन्हें 1628 में तख्त संभालना पड़ा, जिसके बाद उन्हें शाहजहां के नाम से जाना जाता है।
शाहजहां का तख्त संभालने के बाद उन्होंने अपनी राजकुमारी, मुमताज को बहुत प्यार से याद किया और उन्हें अपने दिल का मालिक कहते थे। उन्होंने मुमताज के लिए ताजमहल नामक एक आदर्श भवन बनवाया, जो उनके प्यार के प्रतीक के रूप में दुनिया भर में प्रसिद्ध हुआ। ताजमहल आज भी एक अद्भुत मार्गदर्शक के रूप में जाना जाता है, जो प्रेम और सम्मान का प्रतीक है।
शाहजहां और मुमताज की प्रेम कहानी ने उन्हें अद्वितीय बना दिया और उनके प्यार का जज्बा आज भी लोगों के दिलों में जीवित है। इस प्रेम कहानी के किस्से और उनके प्यार की दास्तान आज भी लोगों को भावविभोर करती हैं और उन्हें प्रेरित करती हैं।