गुजरात: बारिश-बाढ़ से 15 की मौत, 23 हजार लोगों को किया रेस्क्यू
K9Media
पिछले तीन दिनों में गुजरात में भारी बारिश और बाढ़ के कारण 15 लोगों की मौत हो गई है| गुजरात के राजकोट, आणंद, मोरबी, खेड़ा, वडोदरा और द्वारका में सैनिक तैनात हैं। बता दें सेना और एनडीआरएफ ने मिलकर 23,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है| वहीं दूसरी ओर अहमदाबाद, राजकोट, बोटाद, आणंद, खेड़ा, महिसागर, कराच और मोरबी में प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल और कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं। बुधवार और गुरुवार को सौराष्ट्र और कच्छ में बहुत भारी बारिश की आशंका जताई जा रही है| राज्य में अभी तक 50 से ज्यादा ट्रैनों पर प्रतिबंद लगा दिया गया है|
गुजरात में 100% से ज्यादा बारिश, 2 दिन के लिए रेड अलर्ट
सरकार के आंकड़ों के अनुसार गुजरात में बारिश का कोटा पूरा कर चुका है। कच्छ, सौराष्ट्र और दक्षिणी गुजरात में औसत वार्षिक वर्षा 100 प्रतिशत से अधिक हो गई है। राज्य के 76 बांध और तालाब 100 फीसदी भरे हुए हैं| आईएमडी के मुताबिक, सौराष्ट्र कच्छ में दो दिनों तक रेड अलर्ट जारी कियया गया है। इसके अलावा अन्य इलाकों में भी बारिश होने की संभावना है| तक़रीबन 40-60 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चल सकती हैं, वहीं दूसरी तरफ कई इलाकों में तूफान की चेतावनी भी लागू की गई है| गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा कि उन्होंने बाढ़ के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की| प्रधानमंत्री ने उन्हें बाढ़ नियंत्रण में केंद्र की सहायता का आश्वासन दिया है। प्रधानमंत्री को राज्य में चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों के बारे में भी अवगत कराया गया| गुजरात को छोड़कर देश के अन्य हिस्सों में बारिश का दौर जारी है| मौसम विभाग ने आज 18 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है| मौसम विभाग के मुताबिक, गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ में बहुत भारी बारिश (20 सेमी से ज्यादा) हो सकती है।
गुजरात सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक, मोरबी में एक, गांधीनगर में दो, आणंद में छह, वडोदरा में एक, खेड़ा में एक, महिसागर में दो भरूच और अहमदाबाद में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है| बचाव और राहत कार्यों को मजबूत करने के लिए, गुजरात सरकार ने द्वारका, आनंद, वडोदरा, खेड़ा, मोरबी और राजकोट जिलों में एक-एक भारतीय सेना की छह टुकड़ियां मांगी हैं। इसके अलावा, आपदा प्रबंधन में सहायता के लिए 14 एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) और 22 एसडीआरएफ टुकड़ियों को पहले ही तैनात किया जा चुका है।सीएम ने जिला कलेक्टरों को पुलिस की मदद से अत्यधिक सतर्कता और सावधानी बरतने का निर्देश दिया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी उन नदियों, नालों और झीलों में प्रवेश न करे जिनका जल स्तर भारी बारिश के कारण बढ़ गया है। इसके अलावा, मौसम विभाग ने विशेष रूप से तटीय क्षेत्रों के जिला कलेक्टरों को मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी का सख्ती से पालन करने के लिए कहा है।