कुम्भ हुआ डिजिटल : गूगल मैप पर देख सकेंगे महाकुम्भ मेला; 360 डिग्री व्यू में दिखेगा कोना-कोना
उत्तर प्रदेश के महाकुंभ मेले के प्रमुख स्थलों की लोकेशन गूगल मैप पर मिलने के साथ-साथ इस बार श्रद्धालुओं व पर्यटकों को एक और अनूठा व रोमांचक अनुभव प्राप्त होगा। वह कहीं भी बैठकर अपने मोबाइल पर महाकुंभ मेले के किसी भी स्थान का 360 डिग्री व्यू में नजारा देख सकेंगे।
प्रयागराज विकास प्राधिकरण से हुए समझौते के तहत गूगल की ओर से यह सेवा दी जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की परेड स्थल पर हुई सभा में उप्र नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात से एमओयू पत्र का आदान प्रदान करने के बाद गूगल इंडिया के सिद्धार्थ कुमार ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि एमओयू के तहत यह पहली बार हो रहा है कि किसी अस्थायी शहर के लिए गूगल की ओर से नेविगेशन या अन्य कोई सुविधा दी जा रही है।
इसके तहत महाकुंभ मेले के प्रमुख स्थलों जैसे मंदिरों, स्नान घाटों, पांटून पुलों आदि को गूगल मैप पर ट्रैक किया जा सकेगा। अब इसमें गूगल मैप के स्ट्रीट व्यू फीचर को भी जोड़ा गया है।
इस फीचर के तहत कोई भी व्यक्ति मोबाइल पर ही किसी स्थान विशेष का नजारा 360 डिग्री व्यू में देख सकता है। इस फीचर के तहत अब महाकुंभ मेले के भी अलग-अलग स्थानों को 360 डिग्री व्यू में देखा जा सकेगा।
यह सुविधा महाकुंभ मेला शुरू होने से पहले मिलने लगेगी। इसका फायदा यह होगा कि देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी बैठा व्यक्ति मोबाइल पर ही महाकुंभ मेले के रोमांच का अनूठा अहसास कर सकेगा।
एंड्रॉइड मोबाइल पर गूगल मैप एप्लीकेशन खोलते ही आपको सर्च बार में महाकुंभ से जुड़े महत्वपूर्ण स्थलों का नाम टाइप करना होगा। इसके बाद बाएं तरफ नीचे की ओर स्ट्रीट व्यू आइकन वाले थंबनेल पर टैप करना होगा। ऐसा करते ही संबंधित स्थल के 360 डिग्री व्यू का नजारा देखा जा सकेगा। हालांकि, सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील स्थलों के संबंध में यह सुविधा उपलब्ध नहीं होगी।
सभास्थल पर अपने संबोधन में सीएम योगी ने कहा कि डिजिटल महाकुंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना है। इसी को साकार करने के लिए इस दिशा में तमाम उपाय किए जा रहे हैं। फिर चाहे वह नेविगेशन हो या सुरक्षा के लिए एआई तकनीक का उपयोग। पीएम के मार्गदर्शन में किए जा रहे इन इंतजामों से निश्चित ही महाकुंभ-2025 दिव्यता व भव्यता के नए स्वरूप को पा सकेगा।
प्रयागराज विकास प्राधिकरण से हुए समझौते के तहत गूगल की ओर से यह सेवा दी जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की परेड स्थल पर हुई सभा में उप्र नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात से एमओयू पत्र का आदान प्रदान करने के बाद गूगल इंडिया के सिद्धार्थ कुमार ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि एमओयू के तहत यह पहली बार हो रहा है कि किसी अस्थायी शहर के लिए गूगल की ओर से नेविगेशन या अन्य कोई सुविधा दी जा रही है।
इसके तहत महाकुंभ मेले के प्रमुख स्थलों जैसे मंदिरों, स्नान घाटों, पांटून पुलों आदि को गूगल मैप पर ट्रैक किया जा सकेगा। अब इसमें गूगल मैप के स्ट्रीट व्यू फीचर को भी जोड़ा गया है।
इस फीचर के तहत कोई भी व्यक्ति मोबाइल पर ही किसी स्थान विशेष का नजारा 360 डिग्री व्यू में देख सकता है। इस फीचर के तहत अब महाकुंभ मेले के भी अलग-अलग स्थानों को 360 डिग्री व्यू में देखा जा सकेगा।
यह सुविधा महाकुंभ मेला शुरू होने से पहले मिलने लगेगी। इसका फायदा यह होगा कि देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी बैठा व्यक्ति मोबाइल पर ही महाकुंभ मेले के रोमांच का अनूठा अहसास कर सकेगा।
एंड्रॉइड मोबाइल पर गूगल मैप एप्लीकेशन खोलते ही आपको सर्च बार में महाकुंभ से जुड़े महत्वपूर्ण स्थलों का नाम टाइप करना होगा। इसके बाद बाएं तरफ नीचे की ओर स्ट्रीट व्यू आइकन वाले थंबनेल पर टैप करना होगा। ऐसा करते ही संबंधित स्थल के 360 डिग्री व्यू का नजारा देखा जा सकेगा। हालांकि, सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील स्थलों के संबंध में यह सुविधा उपलब्ध नहीं होगी।
सभास्थल पर अपने संबोधन में सीएम योगी ने कहा कि डिजिटल महाकुंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना है। इसी को साकार करने के लिए इस दिशा में तमाम उपाय किए जा रहे हैं। फिर चाहे वह नेविगेशन हो या सुरक्षा के लिए एआई तकनीक का उपयोग। पीएम के मार्गदर्शन में किए जा रहे इन इंतजामों से निश्चित ही महाकुंभ-2025 दिव्यता व भव्यता के नए स्वरूप को पा सकेगा।